संतकबीरनगर। (जितेन्द्र पाठक)पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में भागीदारी' स्लोगन के साथ शुरु हुए पुरुष नसबन्दी पखवाड़े में 10 नसबन्दी के लक्ष्य के सापेक्ष 6 पुरुषों ने अपनी नसबन्दी कराई। वहीं इस पखवाड़े में 80 महिलाओं ने नसबन्दी कराकर परिवार नियोजन में अपनी भागीदारी निभाने की परम्परा को बरकरार रखा।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व जिले में परिवार कल्याण विभाग के नोडल डॉ मोहन झा ने बताया कि पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा जिले में 10 पुरुषों की नसबन्दी के लक्ष्य के साथ शुरु किया गया था। इस दौरान विभाग ने 6 पुरुषों की नसबन्दी कराई। वहीं इसी दौरान 80 महिलाओं ने भी अपनी नसबन्दी कराई। इस प्रकार पुरुषों की नसबन्दी के लिए चलाए गए पखवाड़े में भी महिलाएं पुरुषों पर भारी पड़ती नजर आईं। डॉ मोहन झा ने बताया कि सभी बीपीएम, बीसीपीएम तथा आशा कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिया गया है कि परिवार नियोजन जो एक महत्वपूर्ण कार्य है और सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है और इसे पूरा करने के लिए हम सभी लोगों को एक टीम भावना से काम करना होगा। यूपीटीएसयू के जिला परिवार कल्याण विशेषज्ञ धर्मराज त्रिपाठी बताते हैं कि जिले के दो चिकित्सा क्षेत्र ( ब्लाक ) से अभी कोई नसबन्दी नहीं हुई है। ये ब्लाक नाथनगर व सेमरियांवा हैं। यहां पर पुरुषों की एक भी नसबन्दी नहीं हुई है। जबकि अन्य सभी 6 चिकित्सा क्षेत्रो ( ब्लाकों ) से पुरुषों की नसबन्दी हो चुकी है। जिन ब्लाकों में नसबन्दी नहीं हुई है, वहां पर नसबन्दी कराने के लिए पूरी टीम अपने प्रयास में लगी हुई है।
715 महिलाओं ने कराई है नसबन्दी
यूपीटीएसयू के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ धर्मराज त्रिपाठी बताते हैं कि जिले में 1 अप्रैल 2019 से अभी तक कुल 14 पुरुषों की नसबन्दी हुई है। वहीं 715 महिलाओं ने भी अपनी नसबन्दी कराई है। 2800 महिलाओं ने तिमाही गर्भ निरोधक अन्तरा इंजेक्शन लगवाया है। वहीं 1010 पीपीआइयूसीडी भी महिलाओं को लगवाया गया है।
डॉ मोहन झा, एसीएमओ आरसीएच